दूध अपने आप में कंप्लीट फूड है, क्योंकि इसमें शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी पोषक तत्व होते हैं। दूध को कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। चूंकि कैल्शियम हड्डियों की मजबूती और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है, इसीलिए दूध को हजारों सालों से सेहतमंद माना जाता रहा है। छोटे बच्चों को दूध पिलाने की सलाह इसीलिए दी जाती है, क्योंकि दूध शरीर के विकास में मदद करता है। मगर हाल में हुआ एक अध्ययन आपको चौंका सकता है। इस अध्ययन के मुताबिक रेगुलर दूध पीने की आदत आपको ब्रेस्ट कैंसर का शिकार बना सकती है। इस रिसर्च को International Journal of Epidemiology में छापा गया है।
डेयरी वाले दूध से खतरा
रिसर्च पेपर के अनुसार डेयरी प्रोडक्ट्स और सोया प्रोडक्ट्स के ज्यादा सेवन से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 80% तक बढ़ सकता है। इस रिसर्च पेपर के लेखक Gary E. Fraser (MBChB, PhD) ने कहा, "हमें इस बात के ठोस सुबूत मिले हैं कि या तो डेयरी मिल्क के कारण या इसमें मौजूद किसी अन्य फैक्टर के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।" उन्होंने आगे बताया कि, "रोजाना एक चौथाई या एक तिहाई कप डेयरी वाले दूध का सेवन भी ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को 30% तक बढ़ा सकता है, जबकि रोजाना 1 कप डेयरी वाला दूध पीने से ये खतरा लगभग 50% तक बढ़ जाता है। वहीं जो लोग एक दिन में 3 कप या इससे ज्यादा दूध का सेवन करते हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 70-80% तक बढ़ सकता है।"
8 साल तक की गई रिसर्च
आपको बता दें कि भले ही वैज्ञानिकों की नई रिसर्च में दूध पीने से कैंसर का खतरा बढ़ने की बात कही गई है। मगर यूएस की डाइट्री गाइड लाइन्स के अनुसार वयस्कों को एक दिन में 3 कप दूध पीने की सलाह दी जाती है। मगर शोधकर्ता फ्रेजर कहते हैं, "लोगों को इस रिकमेंडेशन को मानते समय सावधानी बरतनी चाहिए।" इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने 53,000 नॉर्थ अमेरिकन महिलाओं का अध्ययन किया। शोध की शुरुआत में ये सभी महिलाएं कैंसर से पूरी तरह मुक्त थीं। इन महिलाओं पर लगातार 8 साल तक नजर रखी गई। इन महिलाओं के अलग-अलग समूहों को अलग-अलग मात्रा में दूध का सेवन करने के लिए कहा गया। शोध को ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए यह भी ध्यान रखा गया कि महिलाओं के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास, एल्कोहल सेवन या खतरा बढ़ाने वाली दवाओं का सेवन करने का इतिहास नहीं है। इस शोध के अंत तक 1057 महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर हो चुका था।
क्या हो सकते हैं दूध से कैंसर के खतरे के कारण?
सभी डेयरी प्रोडक्ट्स में कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा दूध के सेवन से ही पाया गया है। शोधकर्ता फ्रेजर के अनुसार डेयरी वाले दूध और ब्रेस्ट कैंसर के बीच संबंध का एक कारण डेयरी मिल्क में सेक्स हार्मोन की मात्रा हो सकती है। चूंकि महिलाओं का ब्रेस्ट कैंसर हार्मोन्स रिस्पॉन्सिव कैंसर होता है। कई अन्य रिसर्च भी बताती हैं कि जानवरों से प्राप्त प्रोटीन के सेवन से खून में हार्मोन्स की मात्रा असंतुलित होती है और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। बहुत सारे डेयरी वाले दूध में पोषक तत्वों की मात्रा भी कम होती है।